चाहे राधा हो या हो मीरा, सबके हिस्से में आई ये तन्हाई। इंतज़ार करते करते एक और शाम बीत जाएगी !! तो दर्द को छुपा कर हँसने की कोशिश करता हूँ। जब तेरे होते हुए भी किसी और ने तसल्ली दी मुझे। आख़िर चांद भी अकेला रहता हैं सितारों के https://youtu.be/Lug0ffByUck